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विषय-प्रेयसी शीर्षक-चलो मिलकर लिखें अमर प्रेम गाथा हे प्रेयसी! तुम हो मेरी बंदगी, तू ही है मेरी संगिनी, तुझसे है मेरी दिल्लगी। हे प्रेयसी! तेरे इश्क की तरंग, बना रही मुझे ...